उज्जैन के सुप्रसिद्ध गांधीवादी और समाजसेवी श्री कृष्णमंगलसिह कुलश्रेष्ठ और श्रीमती कृष्णा कुलश्रेष्ठ ने आज भारतीय ज्ञानपीठ परिसर में आयोजित एक गरिमामयी समारोह में उज्जैन को सौगात के रूप में शीघ्र मिलने जा रहे रेडियो दस्तक के लिये भूमिपूजन किया। यह रेडियो सामुदायिक रेडियो के रूप में उज्जैन तथा आसपास के ग्रामीण अंचलो के नवोदित एवं स्थापित कलाकारां ,लोक कलाकारों के लिए एक नया मंच उपलब्ध करायेगा। ये रेडियो मालवांचल का विशेषकर उज्जैन संभाग का पहला सामुदायिक रेडियो होगा। इसकी फ्रिक्वेंसी 90.8 की रहेगी। रेडियो दस्तक के केन्द्र निदेशक संदीप कुलश्रेष्ठ ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह रेडियो विशेषकर मालवा क्षेत्र के समुदाय के विकास पर केन्द्रीत रहेगा। यह उन लोगां के लिए भी प्लेटफार्म रहेगा ,जो अपनी प्रतिभा को आगे लाना चाहते हैं। यह रेडियो विशेषकर मालवा की लोक संस्कृति ,शिक्षा , स्वास्थ्य, कृषि, उद्यमिता, छात्र , श्रमिक , महिला सशक्तिकरण जैसे विभिन्न विषयां पर केन्द्रीत रहेगा। यह इस तरह से कार्य करेगा कि आम नागरिक अपने क्षेत्र के विकास और स्वयं के विकास की बात रख सके । समय समय पर विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों की वार्ताएँ प्रसारित की जायेगी। रेडियो के क्षेत्र में आने वाली नई प्रतिभाओ को आगे लाने के प्रयास भी किये जायेंगे। केन्द्र निदेशक ने बताया कि उक्त विषयों पर विभिन्न क्षेत्रों में रूचि रखने वाले व्यक्ति प्रतिदिन दोपहर 12 से 3 बजे तक रेडियो दस्तक स्टेशन पर सम्पर्क कर सकते है। भूमिपूजन समारोह में विभिन्न क्षेत्रो से गणमान्य नागरिक सर्वश्री सतीश दवे, डॉ. विनोद बैरागी, पी.एस सिसोदिया, डॉ. चन्दर सोनाने, नितिन गरूड, सुनील जैन, पुष्कर बाहेती, युधिष्ठिर कुलश्रेष्ठ , संजीव कुलश्रेष्ठ, श्रीमती रजनी कुलश्रेष्ठ, श्रीमती सरिता बाहेती, मुनि बाहेती, अमृता कुलश्रेष्ठ,अनिल गुप्ता, गिरीश पण्ड्या , श्रीमती नीलम महाडिक, श्रीमती चन्द्रकला नाटानी, श्रीमती रश्मि शर्मा, जयनीत बग्गा, श्रीमती कीर्ति पटेल, कुमारी रिंकु प्रसाद, श्रीमती मीना दवे, श्रीमती पूजा सोमानी ,श्रीमती सरिता सोनोवने, कुमारी अक्षिता भट्ट, कुमारी फातिमा पिपरलवाला, श्रीमती सपना सिकरवार, श्रीमती अनिता शर्मा, श्रीमती तृप्ति दवे, श्रीमती खुशबु जायसवाल, जितेन्द्र भारद्वाज, कु. आरती मोदी, कु. आयुषी सोखिया, श्रीमती हेमंत मिश्रा, श्रीमती कविता वाडिया, कु. खुशबु पंजाबी, कु. नेहा पाठक, कु. पूर्णिमा पांडे, कु. उपासना साहू , डॉ बी. के आंजना, स्वदेश शर्मा , अतुल सोनोवने, महेश परियानी, रवि लोहिया, पंकज अग्रवाल , चन्द्रप्रकाश अग्रवाल, पुनित अग्रवाल, विजय मुंदडा , आनन्द निगम, संतोष कृष्णानी, अजय पटवा, निलेश तगारे , शादाब अंसारी, राहुल यादव, गगन परिहार, संदीप गोस्वामी, मोहित शर्मा, सूरज शर्मा आदि की गरिमामयी उपस्थिति रही।
उज्जैन। गणतंत्र दिवस के मौके पर मालवा के पहले रेडियो दस्तक का शुभारंभ किया गया। यह रेडियो 90.8 फ्रीक्वेंसी पर सुनाई देगा। मालवा के पहले रेडियो का शुभारंभ गणतंत्र दिवस के अवसर पर किया गया। रेडियो दस्तक के नाम से इस रेडियो स्टेशन को संचालित किया जाएगा। जो कि 90.8 फ्रीक्वेंसी पर सुनाई देगा। रेडियो दस्तक देवास, बडनगर, आगर सहित अन्य जिलों में सुनाई देगा। शुभारंभ कार्यक्रम में कृष्णमंगल सिंह कुलश्रेष्ठ, संदीप कुलश्रेष्ठ, चंदर सोनाने, अमृता कुलश्रेष्ठ, विश्वास शर्मा, डॉ विनोद बैरागी, डॉ.बीके आंजना, स्वदेश शर्मा, दिलीप परियाणी सहित अन्य लोग मौजूद थे।
आने वाला दौर कम्युनिटी रेडियो का, इसके लिए ग्लोकल इंफोर्मेशन जरूरी- एडीजी पीआईबी उज्जैन। आने वाला दौर कम्युनिटी रेडियों का है। समय की समस्या के चलते लोग मनोरंजन और इंफोर्मेशन के लिए इसका सबसे ज्यादा उपयोग कर रहे है। एक सफल कम्युनिटी रेडियों के लिए ग्लोकल कांसेप्ट बेहद जरूरी है। इसके लिए ग्लोबल और लोकल मुद्दे, सूचनाएं एवं मनोरंजन का स्तर आवश्यक है। यह बात प्रेस इंफोर्मेंशन ब्यूरो की एडीजी श्रीमती प्रज्ञा पालीवाल ने कही। शुक्रवार को कम्युनिटी दस्तक रेडियों की वर्कशॉप में प्रेस इंफोर्मेंशन ब्यूरो की एडीजी श्रीमती प्रज्ञा पालीवाल, दूरदर्शन के रिर्पोटर दीपक जैन,सीए नरेश राव ने मीडिया छात्रों का मार्गदर्शन किया। वर्कशॉप के दूसरे दिन मीडिया छात्र-छात्राओं को रेडियों में सफल केरियर बनाने इससे जुडी जानकारियां दी गई। साथ ही इसे संचालित करने इसके प्रभाव, रेंज आदि के बारे में बताया गया।
उज्जैन। मालवा के पहले रेडियाे दस्तक 90.8 एफएम की कार्यशाला 15 फरवरी से आरंभ की जाएगी। जिसमें रेडियो से जुडी हर बारिकी सिखाई जाएगी। इसके साथ ही कार्यशाला में शामिल होने वाले टाॅप परफोर्मर्स को रेडियो में काम करने का सुनहरा मौका दिया जाएगा। 15 फरवरी से 25 फरवरी तक मालवा के पहले रेडियो दस्तक 90.8 एफएम की सशुल्क कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। कार्यशाला में रेडियो जॉकी, प्रोग्राम प्रॉडक्शन, प्रसारण, स्क्रिप्ट राईटिंग, ऑडियो एडिटिंग, रेडियो प्रबंधन, स्टूडियो विजिट, रिकार्डिंग, मार्केटिंग स्ट्रेटेजी, साॅफ्टवेयर इंफोर्मेशन सहित रेडियो संचालन से जुडे के अन्य अंगो के बारे विस्तृत जानकारी और बारिकी के बारे में बताया जाएगा। 10 दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम में बेहतर प्रदर्शन करने वाले टॉप परफोरर्मर्स को रेडियो में काम करने का सुनहरा मौका भी दिया जाएगा। कार्यशाला में शामिल होने की अंतिम तिथि 11 फरवरी रखी गई है। इसके पूर्व इच्छुक छात्र-छात्राएं कार्यशाला में हिस्सा लेने के लिए आवेदन कर सकते है।
उज्जैन की प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने के उद्देश्य से उज्जैन के पहले कम्युनिटी रेडियो रेडियो दस्तक 90.8 एफएम इसी वर्ष 26 जनवरी से आरंभ हो चुका है। मालवा की संस्कृति को समेटे हुए आयोजित कार्यक्रमों के लिए रेडियो दस्तक को संपूर्ण उज्जैन में विशेष प्रशंसा मिल रही है। रेडियो दस्तक के बारे में संपूर्ण जानकारी देते हुए एक फोल्डर का विमोचन भारतीय ज्ञानपीठ में किया गया । विमोचन श्री कृष्णमंगल सिंह कुलश्रेष्ठए वरिष्ठ पत्रकार एवं सिटी प्रेस क्लब के मुख्य संगठक श्री शैलेंद्र कुल्मी, वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रेस क्लब यूनियन के अध्यक्ष श्री विशाल हाडा, श्री पुष्कर बाहेती, वरिष्ठ पत्रकार श्री सुनील जैनए वरिष्ठ पत्रकार श्री रमेश दास, वरिष्ठ पत्रकार श्री राजेश जोशी, प्रेस क्लब सचिव श्री विक्रम जाट, वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार श्री देवेंद्र जोशी,वरिष्ठ पत्रकार श्री प्रकाश त्रिवेदी, वरिष्ठ पत्रकार श्री संदीप वत्स, पूर्व जॉइंट डायरेक्टर जनसंपर्क एवं वरिष्ठ पत्रकार श्री चंदर सोनाने , वरिष्ठ पत्रकार श्री भूपेंद्र दलाल, वरिष्ठ पत्रकार श्री अरुण जैन डॉ विनोद बैरागी एवं वरिष्ठ पत्रकार श्री निरुक्त भार्गव,रेडियो दस्तक के केंद्र निदेशक श्री संदीप कुलश्रेष्ठ द्वारा किया गया। इस अवसर पर विभिन्न समाचार पत्रों एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार उपस्थित थे। रेडियो दस्तक की सुश्री अमृता कुलश्रेष्ठ ने जानकारी देते हुए बताया कि रेडियो दस्तक से उज्जैन के साथ.साथ आसपास के ग्रामीण अंचलों को भी विशेष लाभ होगा। वास्तव में रेडियो दस्तक उज्जैन के आमजनों को अपने मन की बात लोगों तक पहुंचाने का एक माध्यम है।
उज्जैन के पहले सामुदायिक रेडियो, रेडियो दस्तक 90.8 एफ एम को इस गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2020 को सफल एक वर्ष पूर्ण हो गया है। गत वर्ष गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर ही उज्जैन संभाग का पहला सामुदायिक रेडियो, रेडियो दस्तक का उज्जैन में भारतीय ज्ञानपीठ परिसर में शुभारंभ हुआ था। इस एक साल के दौरान रेडियो दस्तक ने विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से उज्जैन के लोगों में अपनी गहरी पेठ बनाई। रोजाना सुबह 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक 12 घंटे के दौरान इस रेडियो ने अनेक शिक्षापूर्ण और मनोरंजक कार्यक्रम पेश किये, जिसे श्रोताओं ने बखूबी पसंद किया। श्री कृष्ण शिक्षण लोक परमार्थ समिति अपने लोक कल्याणकारी प्रकल्पों के लिए पिछले कई वर्षों से उज्जैन में प्रामाणिकता का पर्याय है। इसी का नया प्रकल्प है रेडियो दस्तक। श्रीपाल एज्यूकेशन सोसायटी और भारतीय ज्ञानपीठ जैसी शिक्षण संस्थाएँ इसकी सहयोगी है। ये संस्थाएँ पिछले 56 वर्षों से अपने सामाजिक, शैक्षणिक, रचनात्मक कार्यों के लिए पहचानी जाती है। रेडियो दस्तक द्वारा शुरू से प्रतिदिन लगातार 12 घंटे नियमित प्रसारण किया जा रहा है। साहित्य, संस्कृति और विकास की त्रिवेणी को प्रस्तुत करने वाला यह रेडियो दस्तक वर्तमान में अनेक कार्यक्रम नियमित रूप से प्रसारित कर रहा है। रेडियो दस्तक के दिव्य दस्तक कार्यक्रम में सुबह सबसे पहले संतों की वाणी , भजन और महापुरूषां के सद्वचन प्रस्तुत किये जा रहे हैं। खेती बाड़ी कार्यक्रम के अर्न्तगत मालवीय बोली में खेत-खलियान और किसानों की बातें की गई। जीवन की डोर : सेहत कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों ,महिलाओं और पुरूषों के स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी और डॉक्टर से बातचीत प्रसारित की गई। युवा उज्जैन कार्यक्रम में युवाओं के कैरियर, एज्युकेशन, रोजगार और युवा संबंधी विषयों पर बेहतरीन कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए। इसके साथ ही इस कार्यक्रम में विभिन्न विधाओं की युवा प्रतिभाओं को भी मंच प्रदान किया गया। सुन सखी कार्यक्रम के अर्न्तगत अलग- अलग क्षेत्रों में आदर्श प्रस्तुत करने वाली महिलाओं के जीवन पर आधारित कार्यक्रम और महिलाओं की रूचि, पसन्द और मनोरंजन से संबंधित कार्यक्रम प्रस्तुत किये जा रहे हैं। हमारी धरोहर कार्यक्रम में उज्जैन, प्रदेश और देश की धरोहरों पर केन्द्रीत जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। रेडियो दस्तक के आज का दिन : इतिहास के झरोखे से कार्यक्रम में प्रदेश, देश और विश्व की आज के दिन की महत्वपूर्ण घटनाओं, इस दिन जन्म लेने वाले महापुरूषों और इस दिन जिनका स्वर्गवास हो गया है उनके बारे में जानकारी दी गई। यादगार लम्हें कार्यक्रम में फिल्म, गायन, संगीत और अभिनय आदि के क्षेत्र में ख्याति प्राप्त कलाकारों पर केन्द्रीत मनोरंजक एवं जानकारीमूलक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जा रहे हैं। वे फिर याद आये कार्यक्रम के अर्न्तगत उज्जैन, प्रदेश एवं देश के प्रसिद्ध महापुरूषों के जीवन और उनके कार्यों पर केन्द्रीत और प्रेरक कार्यक्रम प्रसारित किये गए। कई हुई रियो हे कार्यक्रम में मालवीय बोली में उज्जैन और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों मे हो रहे विभिन्न सांस्कृतिक , साहित्यिक , खेलकूद संबंधी कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए। सुनेगा उज्जैन-बढ़ेगा उज्जैन कार्यक्रम हमारे रेडियो की टैग लाइन से सम्बंधित कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम में उज्जैन के सांस्कृतिक, शैक्षणिक , साहित्यिक, खेलकूद और विकास से संबंधित विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किये जा रहे हैं। यादें कार्यक्रम में उज्जैन , प्रदेश और देश की प्रमुख हस्तियों की प्रेरणास्पद कहानियों को रोचक और मनोरंजक तरीके से प्रस्तुत किया गया। रेडियो की दस्तक : आपके द्वार कार्यक्रम में उज्जैन और आसपास के ग्रामीण अंचलों में पहुंचकर आमजन की समस्याओं और क्षेत्र के विकास कार्यों का प्रसारण किया जा रहा है। उज्जैन का पहला रेडियो स्टेशन, रेडियो दस्तक दिनों दिन लोकप्रिय होता जा रहा है। इस रेडियो ने जन जागरूकता अभियान भी चलाए हैं। पिछले लोकसभा चुनाव के सम्बन्ध में मतदाताओं को जागरूक करने के उद्देश्य से आपके इस रेडियो दस्तक ने अनेक जागरूकता कार्यक्रम प्रसारित किये। भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली और कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी उज्जैन द्वारा चलाए गए विभिन्न जन जागरूकता अभियान से संबंधित कार्यक्रम भी रेडियो दस्तक ने लोकसभा चुनाव के दौरान प्रसारित किये है, जो काफी लोकप्रिय एवं उपयोगी सिद्ध हुए। आपके इस रेडियो ने स्वच्छता अभियान के अर्न्तगत उज्जैन के नागरिकां को स्वच्छता के प्रति जनजागरण हेतु भी विशेष कार्यक्रम शुरू किये हैं। पिछले वर्ष 2019 में भी और इस वर्ष 2020 में भी नगर को स्वच्छता सर्वेक्षण में पूरे देश में नं. 1 लाने के लिए नगर निगम की महापौर श्रीमती मीना जोनवाल, नगर निगम अध्यक्ष श्री सोनू गेहलोत और आयुक्त श्री ऋषि गर्ग की अपील तथा जनजागरण अभियान रेडियो दस्तक ने शुरू किए है। आपके इस रेडियो ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वाह करते हुए एक नवीन कार्यक्रम बचपन एक्सप्रेस भी प्रसारित किया। इसके अर्न्तगत बाल विवाह को रोकने की दिशा में सार्थक प्रयास करने हेतु तथा इस कुरीति को रोकने एवं जनजागरण हेतु विशेष कार्यक्रम प्रसारित किये। लड़कियों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने तथा बच्चों और महिलाओं के अच्छे स्वास्थ्य के लिए स्वास्थ्य शिविर भी लगाया गया। इसके साथ ही बच्चों में कुपोषण को दूर करने की दिशा में विभिन्न 10 कार्यक्रम प्रसारित किये गए। ये कार्यक्रम यूनीसेफ और सामुदायिक रेडियो एसोसिएशन नई दिल्ली के सहयोग से रेडियो दस्तक द्वारा प्रसारित किये गए थे। इसके सार्थक परिणाम भी परिलक्षित हुए। आपके इस रेडियो दस्तक ने गत वर्ष 27 से 29 अगस्त 2019 को डॉ़ अम्बेडकर अर्न्तराष्ट्रीय केन्द्र, नई दिल्ली में आयोजित सातवें सामुदायिक रेडियो सम्मेलन में भी अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई थी। इस सम्मेलन में देश के सभी सामुदायिक रेडियो स्टेशनों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। इस में रेडियो दस्तक के केन्द्र निदेशक संदीप कुलश्रेष्ठ ने अपनी उपस्थिति दर्ज करते हुए वहाँ आयोजित पोस्टर प्रदर्शनी में रेडियो दस्तक का पोस्टर भी प्रदर्शित किया। पोस्टर प्रदर्शनी में आपके इस रेडियो दस्तक के पोस्टर ने काफी लोकप्रियता दर्ज की। रेडियो दस्तक श्रोताओं की रूचि और पसंद के अनुरूप नित नये कार्यक्रम भी प्रस्तुत करने की दिशा में भी अग्रसर है। रेडियो दस्तक ने पिछले दिनों कम्यूनिटी से जुड़े हुए कुछ नए कार्यक्रम भी आरंभ किये हैं। इनमें प्रमुख है-दस्तक दोस्ती की, मन की कलम से, आपकी फरमाईश, शब-ए मालवा, सदाबहर गीत, जिन्दगी जिन्दाबाद, डमरू बजा के है। ये नए कार्यक्रम श्रोताओं में बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं। उज्जैन का यह पहला रेडियो स्टेशन, रेडियो दस्तक 90.8 एफ एम लोकप्रियता के नित नये कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। उज्जैन शहर के अतिरिक्त आसपास के विभिन्न गाँवों में भी यह रेडियो काफी पसंद किया जा रहा है। रेडियो दस्तक का हमेशा यह प्रयास रहेगा कि वह श्रोताओं की उम्मीदों पर खरा उतरे।